गरियाबंद। धान से भरी ट्रकें इन दिनों जिले की सड़कों पर बेलगाम दौड़ रही है। जिले के विभिन्न उपार्जन केंद्रों में वर्तमान में धान खरीदी चल रही है। खरीदी केंद्रों से धान विभिन्न राइस मिलों तथा संग्रहण केंद्र पहुँचाया जा रहा है, जिसमें ट्रांसपोर्टर नियम कानून की परवाह किये बगैर क्षमता से अधिक धान भरकर ले जा रहे हैं। जबकि खाली ट्रकों को ड्राईवर अधिक से अधिक फेरे के चक्कर में तेज रफ्तार में दौड़ा रहे हैं।
सम्बंधित विभाग को इसकी जानकारी है किंतु शासकीय कार्य में संलग्न समझकर कार्यवाही नहीं की जा रही। जानकारी के अनुसार जिले में 10 , 12 , 14 चक्के वाले ट्रक इन दिनों बेख़ौफ़ दौड़ लगा रहे हैं , इनमें लोडिंग की क्षमता निर्धारित है किंतु ट्रकों में 6 से 8 टन तक अधिक माल भरकर परिवहन किया जा रहा है।
परिणाम स्वरूप जिले के विभिन्न क्षेत्रों में इन ओव्हरलोड ट्रकों के दुर्घटना ग्रस्त होने की जानकारी सामने आती रही है। पाठकों को बताते चलें कि 21 जनवरी देवभोग की तरफ से आ रही धान से लदी ट्रक मैनपुर कचना ध्रुवा मोड़ पर पलट गई थी। इस हादसे में कोई जन हानि नहीं हुई किन्तु 28 जनवरी को जिला मुख्यालय के निकट ही पुलिस लाईन के सामने ग्राम कोसमी निवासी ईश्वर ध्रुव व उनका एक अन्य साथी धान से भरी ट्रक से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो गये थे। आज 31 जनवरी को गरियाबंद के निकट कोडोहरदी मोड़ पर एक बुजुर्ग मोपेड सवार भी ट्रक की चपेट में आकर हादसे का शिकार हो गया। मारागांव निवासी बुजुर्ग चिंताराम उम्र 65 वर्ष को अस्पताल पहुँचाये जाने पर डॉक्टरों ने उसकी स्थिति काफ़ी गंभीर बतायी है।जिसे प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर किया गया है।