अपने क्षेत्र की समस्या का सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त होते ही जनपद उपाध्यक्ष ईशान वैष्णव ने उस पर त्वरित कार्यवाई कराया।
*रूपेश वर्मा
अर्जुनी (बलौदा बाजार)। विकासखंड के ग्राम पंचायत रवान जहां पर बड़े उद्योग अंबुजा सीमेंट संयत्र स्थापित है व यह गांव इस संयंत्र के गोद ग्राम के दायरे में भी आता है किंतु यंहा की स्थिति परिस्थितियों पर नजर डाला जाय तो कुछ भी सामान्य नही है, वंही स्थानीय पंचायत के जनप्रतिनिधियों की बात किया जाय तो वे भी समस्याओं को सामान्य करने के बजाय उसे और बड़ा रूप दे रहे है, जिस पर गांव के निवासी इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर मुखर हो रहे है और स्थिति परिस्थितियों को सामने उजागर कर जनप्रतिनिधियों को उनके जिम्मेदारियों से अवगत करा रहे है।
बता दे कि ग्राम रवान के गणेश वर्मा जो कि पेशे से शिक्षक है। उन्होंने वार्ड 2 में पसरे हुए गंदगी को लेकर अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट डाली जो इस प्रकार से है,
उन्होंने इस पर अपनी बात रखते हुए लिखा है कि – “भारत देश का पहला गांव जहाँ अस्वच्छता अभियान चल रहा है, ग्राम Rawan (ambuja cement) बलौदा बाजार ब्लॉक व जिला, जो महज 7 km पर स्थित है, यहा का जनपद सदस्य जो अभी उपाध्यक्ष है, इसी क्षेत्र से जिला पंचायत अध्यक्ष भी है, इनके द्वारा भी गांव की कोई जिम्मेदारी नही है, यहा अम्बुजा सीमेंट फैक्ट्री भी है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर की है। मुझे लगता है कि यहाँ के लोगो, जनप्रतिनिधियो को कलेक्टर महोदय द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करना चाहिए।“
जिस पर लोगो ने खूब प्रतिक्रिया भी दिया। सोशल मीडिया पर यह वायरल होने के बाद जनपद उपाध्यक्ष ईशान वैष्णव ने तत्काल अपने रिप्लाई में अपने जिम्मेदारी का अहसास होना लिखते हुए तत्काल प्रभाव से उक्त स्थान पर जाकर अपने सहयोगियों के मदद से उक्त स्थान का साफ सफाई कराया गया। और उसी अंदाज में पोस्ट डालते हुए लिखा कि – “सोशल मीडिया के माध्यम से क्षेत्र की जनता के अवगत कराने के पश्चात मेरे गाँव के सफाई हेतु मैंने त्वरित कार्यवाही कराया। मुझे अपनी जिम्मेदारियों का एहसास है, और हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करता रहूंगा।”
जनपद उपाध्यक्ष ईशान वैष्णव ने पोस्ट डालने वाले ग्रामीण को समस्या से अवगत कराने के लिए धन्यवाद करते हुए कहा है कि यह अच्छी बात है कि लोग समस्याओ को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से जनप्रतिनिधियों व शासन प्रशासन को अवगत करा रहे है। किन्तु यह कहना लाजमी है कि अपने गांव व आसपास को साफ सुथरा रखना हमारी मौलिक व नैतिक जिम्मेदारी है जिस पर हमें कभी मुँह नही टालना चाहिए।
वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर के अंबुजा सीमेंट संयत्र को भी अपने जनता व ग्रामीणों के स्वास्थ्य मानको को ध्यान में रखते हुए सर्वप्रथम पहल करना चाहिए था । अंबुजा फाउंडेशन के नाम पर बड़े बड़े विज्ञापन व स्लोगन व ढिंढोरा पीटने से कुछ नही होगा।
