बालोद (hct)। क्या आरक्षक अर्पण जैन पर हो सकती है बड़ी कार्यवाही ? बालोद : जिला के पुलिस महकमा से संबंधित बहुचर्चित खबर, जिसके चलते विगत कुछ दिनों से बालोद पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार एवं समस्त विभाग चर्चा का विषय बना हुआ है। ज्ञात हो कि, विगत दिनों बालोद पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार एवं स्टोनो शत्रुघ्न वर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए मंगचूवा थाना के आरक्षक1514 अर्पण जैन ने बालोद पुलिस की साख को तार – तार करने का प्रयास किया है, हालांकि अर्पण जैन का आचरण विभाग के अनूकूल होने की बात कही जा रही है।
अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है अर्पण
सट्टा, जुंआ, सहित अन्य कई अपराधिक गतिविधियों का मास्टरमाइंड होने का आरोप अर्पण जैन से संबंधित कही जा रही है, तो वहीं बालोद पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार एवं शत्रुघ्न वर्मा पर लगाई गई आरोप भी बहुत बड़ा है लगभग दो करोड़ रूपए के घर में रहता है पुलिस विभाग में छोटे से नौकरी करने वाला कर्मचारी, पुलिस विभाग के नाक की नीचे सालों से कार्यरत रहने के दौरान यदि इसकी संलिप्तता अपराधिक गतिविधियों में रहा है तब तो यह जिला पुलिस के लिए और भी शर्म की बात है, क्योंकि जिस विभाग की जिम्मेदारी है इस तरह के अपराध को रोकने हेतू यदि उसी विभाग का एक कर्मचारी इस तरह के कार्यों को खुलेआम बढ़ावा दे रहा था तब विभाग के आला अधिकारी आँख बंद कर इस दिन की आने के इंतजार में लगे रहे।
आम आदमी इस तरह के अपराध को घटित करने में पुलिस करती है कार्यवाही लेकिन विभाग के कर्मचारी यदि करें तो सिर्फ विभागिय जांच जिस पर आरक्षक अर्पण जैन ने सवाल उठाते हुए कहा है कि जब मामला कोर्ट में है तब विभागीय जांच का क्या मायने, बहरहाल विभागीय जांच का क्या मायने हैं यह पुलिस विभाग ही जानें, लेकिन इस घटणा ने जिला पुलिस की साख को जरूर नुकसान पहुंचाया है।
