hct desk : छत्तीसगढ़ के सरगुजा में मुसलमानों से सामाजिक और आर्थिक संबंध नहीं रखने की प्रतिज्ञा दिलवाने के मामले में जाँच शुरू कर दी गई है। सूत्रों से पता चला है कि मामले में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। ज़िले के कलेक्टर संजीव कुमार झा ने बीबीसी से कहा, “पूरे मामले की गंभीरता से जाँच की जा रही है। दो गाँव के लोगों के आपसी झगड़े को कुछ लोगों ने सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की है. इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
संजीव कुमार झा ने कहा कि, इस मामले में कुछ संदिग्धों की पहचान की गई है और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस के अनुसार शनिवार को बलरामपुर ज़िले की सीमा पर बसे आरा गाँव के कुछ लोगों ने सरगुजा ज़िले के कुंदीकला में एक व्यक्ति के घर में घुस कर मारपीट की थी। पीड़ितों की शिकायत के बाद पुलिस ने अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन अभियुक्तों को स्थानीय अदालत से ज़मानत पर रिहा कर दिया गया।
अभियोग है कि रिहाई से नाराज़ कुछ लोगों ने बुधवार को आसपास के गाँव के लोगों की बैठक बुलाई। लोगों का कहना था कि पुलिस ने अभियुक्तों के ख़िलाफ़ कमज़ोर धाराएँ लगाई, जिसके कारण अभियुक्तों को ज़मानत मिल गई, इसके बाद बैठक में लाउडस्पीकर लगा कर सैकड़ों लोगों को सार्वजनिक तौर पर मुसलमानों के सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार की शपथ दिलाई गई।
देखिए वीडियो…
बैठक में शामिल लोगों ने लुंड्रा थाने का घेराव भी किया था, लेकिन पुलिस ने लोगों को कार्रवाई का भरोसा दे कर घेराव ख़त्म कराया। इसके अगले दिन, मुसलमानों के ख़िलाफ़ शपथ का वीडियो क्लिप सार्वजनिक हुआ, जिसके बाद मामले की जाँच शुरू की गई।
