गुटखा, गुड़ाखू और सिगरेट के दाम फिर छूने लगी आसमान।

हर साल सैंकड़ों लोग हो रहे है गंभीर बिमारियों का शिकार स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों का पालन करने वाले विभाग के अधिकारी नहीं ले रहे है स्वास्थ्य विभाग के गाडलाडन को गंभीरता से जिसके चलते हर गली, हर चौक चौराहे पर आसानी से मिल जाती थी यह पर्दाथ लेकिन लाकडाऊन की सुगबुगाहट लगते ही जिला के किराना स्टोर व पान दुकानों के दुकानदारों ने अचानक मुल्य में वृद्धि कर दिया है।
बालोद hct : जिला सहित प्रदेश भर में गुटखा और गुड़ाखू के सेवन करने वाले लोगों की भरमार है प्रदेश में करोड़ों रुपए का प्रति माह कारोबार, कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव मिडिया में कह चुका है बंद होगी प्रदेश में गुटखा और गुड़ाखू , जिसके बाद भी प्रदेश भर में खुलेआम बिक रहा है जहरीला मादक पदार्थ।
लॉकडाउन में कालाबाजारी का जोर
प्रिंट से अधिक मुल्य में खरीद रहे है ग्राहक लाकडाऊन में हर बार इन पर्दाथों का मूल्य बढ़ जाता है, जिसके बाद में चलती है कालाबाजारी। लत लग जाने के चलते मोटी रकम चुका कर उपयोग करते हैं लोग स्वास्थ्य विभाग की मानें तो इन मादक पदार्थो के सेवन से शरीर को हो सकती है गंभीर बिमारी। पिछले दो साल में जब जब लाकलाऊन लगा है तब तब इन मादक पदार्थो से जुड़े हुए व्यापारीयों ने कालाबाजारी करते हुए इन मादक पदार्थो का सेवन करने वाले लोगों से खूब कमाई किया है।
सरकारी पैसों का उपयोग इन मादक पदार्थों का सेवन कर गंभीर बिमारी के चलते हास्पिटल में इलाज कराने वाले लोगों के ऊपर भी होता है , जबकि सरकार इन मादक पदार्थो का सेवन करने वाले लोगों को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी जाती है ,कि यह समाग्री स्वास्थ्य के लिए हानीकारक है सरकारी पैसों का उपयोग इस तरह से गैर कानूनी चिजो का सेवन करने वाले मरीजों को भी मिल रहा है ,जो कि चिंता का विषय है बहरहाल बालोद जिला में गुटखा और गुड़ाखू को लेकर बाजार में अफरातफरी जारी है।
