
(संवाददाता)
बालोद। जिला के पटवारी हल्का नंबर 25 रा०नि०मं० गुरूर क्षेत्र के पटवारी दिलीप सिन्हा के ऊपर हल्का नंबर 25 के ग्रामीण, कृषको ने 19/11/20 को जिला कलेक्टर जन्मेजय महोबे को लिखित शिकायत पत्र दिया है। शिकायत में पटवारी दिलीप सिन्हा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसे मख्यालय में शराब पीकर जनता से गाली-गलौज करने व रिश्वत की मांग के साथ प्रताड़ना का भी आरोप लगाया है। साथ ही अपनी पकड़ ऊपर तक की होने की धौंस देते हुए बड़े शान से कहता है- “अरे जाओ, चाहे जहाँ पर भी मेरी शिकायत कर दो, मेरा कोई कुछ भी बिगाड़ नही सकता है।”
जरा सोचिए, एक तरफ देश, संविधान की 60 वी वर्षगाँठ बड़ी धूमधाम से मना रहा है लोगो में संविधान की पवित्रता को लेकर जरा भी शंका नही है, देश के एक-एक नागरिकों के रगो में संविधान के प्रति सम्मान की भावना है। लेकिन वहीं अदना सा पटवारी, दिलीप सिन्हा को पवित्र संविधान की कितनी समझ है ? यह तो वही जाने। साथ ही इस अंहकार की मूल जड़ शायद पटवारी की ऊँची पकड़ का गुमान भी हो सकता है, जिसके चलते दिलीप सिन्हा नशे में रहते हुए जनता और अन्नदाता किसानों के साथ अश्लील गौली-गलौच जैसी बेहूदा हरकत करते होंगे।
किसानों और ग्रामीणों की शिकायत पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। ताकि जनता को जल्द परेशानियों से निजात मिल सके। प्रदेश में धान खरीदी के दिन जैसे-जैसे पास आ रहे हैं; वैसे ही किसानों की धड़कनें भी तेजी के साथ बढ़ने लगी है। साथ ही बे-मौसम बारिश तेजी के साथ बढ़ने वाली धड़कनो को रोकने के लिए घड़ी-घड़ी अपना मनहूस चेहरा किसानों को कंपकंपा दे रही है। इसी समर्थन मूल्य पर एक दिसंबर से शुरू हो रही धान खरीदी के लिए किसानों को 27 नवंबर से टोकन वितरण किया जाएगा। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 2.49 किसानों का नवीन पंजीयन किया गया है, जिन्हें मिलाकर कुल 21 लाख 48 हजार किसानों का पंजीयन हुआ है।
इस वर्ष धान विक्रय हेतु कुल पंजीकृत कृषकों की संख्या गत वर्ष की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत अधिक है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए सभी तैयारियां शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश; विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि, किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं हो, इसलिए हल्का नंबर 25 के ग्रामीण व कृषको ने पटवारी को तत्काल अन्य जगह भेजने व दूसरा पटवारी की मांग किया है। अब जिला प्रसाशन; ग्रामीणों व किसानों की मांग पर क्या प्रतिक्रिया लेता है यह देखना होगा। क्या दिलीप सिन्हा की शराब पीने की लत आम जनता के लिए सही मायने में घातक साबित हो रही या फिर दिलीप सिन्हा के ऊंची पकड़ आम जनता को रिश्वत देने के लिए मजबूर करती है ? कौन है दिलीप सिन्हा की ऊंची पकड़ ? आम जनता को इसके बारे में जरूर जानना चाहिए, क्योंकि देश के संविधान और हमारे कानून ने हमे यह जानने का अधिकार दिया है।
उपरोक्त विषय को लेकर जब हमारे प्रतिनिधि ने बालोद एस डी एम से उनकी प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उनका कहना था
“मामले में शिकायत हुई है तो जरूर जांचकर ग्रामीणों व किसानों की बात सूनी जायेगी।”
सिल्ली थामस : एस डी एम, बालोद।