गांव में घुसकर तेन्दुए ने किया गाय का शिकार, वन मंडलाधिकारी ने जारी की अपील।
चौबीस घंटे में चार अलग अलग स्थानों में वन्य प्राणियों ने किया मवेशियों का शिकार
लॉक डाउन में वन्य प्राणियों का गांवो के आस पास विचरण
गरियाबंद। लॉक डाउन की वजह से क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है अधिकांश लोग घरों में है। मोटर गाड़ियों की आवा जाही और लोगो की आम दरफ्त पर इस समय लगाम लगी हुई है। यही कारण है की वन्य प्राणी अब गांवों के आस पास विचरण कर रहे हैं, साथ ही मौका पाकर मवेशियों का शिकार कर रहे हैं। शनिवार वन मंडल गरियाबंद अंतर्गत तीन अलग-अलग गांवो में वन्य प्राणियों द्वारा मवेशियों के शिकार की घटना सामने आई है।
इसके अतिरिक्त शानिवार रविवार की दरम्यानी रात ग्राम पंचायत छिन्दोला अंतर्गत ग्राम पेंड्रा में तेंदुएं ने गाय का शिकार किया है। ग्रामीण थानुराम गोंड के घर से लगे कोठा में घुसकर तेंदुए ने गाय को फाड़ खाया है, जिसकी सूचना वन विभाग को दे दी गई है। ग्राम चिखली में कोमल पिता सिरामन यादव के मवेशी का शिकार तेंदुएं ने किया, इसके अतिरिक्त ग्राम बारुला, ग्राम कस में भी वन्य प्राणी तेंदुएं के द्वारा मवेशियों के मार गिराने की जानकारी मिली है। पशु चिकित्सा अधिकारी तामेश कंवर कहते हैं की पिछले बारह वर्षों में एक ही दिन में वन्य प्राणियों द्वारा इतनी अधिक संख्या में मवेशियों का शिकार किया गया है। सभी की पीएम रिपोर्ट दे दी गई है। मवेशियों का शिकार जंगली जानवरों द्वारा ही किया गया है।
कथन
लॉक डाउन की वजह से पसरे सन्नाटे के कारण वन्य प्राणी गांवों के नजदीक विचरण कर रहे हैं। कमोबेश पूरे राज्य में यही स्थिति है , अधिकांश क्षेत्रों से वन्य प्राणियों द्वारा मवेशियों के शिकार की घटनायें सामने आ रही है। हम लगातार जंगल से लगे गांवों के लोगों को चेतावनी दे रहे हैं की इस समय अकेले जंगल में ना जाये , शाम या रात के वक्त अपने घरों की बाड़ी या सुनसान स्थानों पर ना जाये। घरों में रहे सुरक्षित रहे।
मयंक अग्रवाल, डीएफओ गरियाबंद।
वन मंडलाधिकारी ने जारी की अपील अकेले और शाम को जंगल में ना जाये
गरियाबंद जिले में वन क्षेत्र की सघनता सहित वन्यप्राणीयों की बाहुल्यता है। जिले में तेन्दूआ, भालू एवं अन्य वन्याप्राणी बहुतायत संख्या में पाये जाते है। कोरोना (COVID-19) संक्रमण के कारण पुरा प्रदेश लॉक डाऊन है और लॉक डाऊन के दौरान जन सामान्य की दैनिक कार्यप्रणाली में अन्तर आया है वन क्षेत्रों में मानव दबाव कम होने और माहौल शांत होने के कारण वन्यप्राणी वनो से खुले क्षेत्र में गांव की ओर आने लगे है। पिछले कुछ दिनों से लॉक डाऊन के पश्चात वनों के करीब एवं वनों से घिरे हुये गांव में तेन्दूआ, भालू एवं अन्य वन्यप्राणी के विचरण की सूचना विभाग को निरंतर प्राप्त हो रही है। गत 24 अप्रेल की रात्रि में वन्यप्राणी तेन्दुआ के द्वारा गरियाबंद के आसपास के गांव बारूका, चिखली, कस तथा 25 अप्रेल की रात्रि ग्राम चिखली में घुसकर गाय एवं बछड़ों का शिकार किया गया है।
जिले के वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि वन्य प्राणियों की सुरक्षा एवं स्वयं की सुरक्षा हेतु महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जावे, जिससे कोई अप्रिय घटना घटित न हो। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अकेले जंगल न जाए। महुआ बिनने या अन्य वनोपज के संग्रहण के लिए जंगल जाने की जरूरत पड़ती है तो दिन में ही जायें, अकेले न जाये एवं सोशल डिस्टेनसिग का पालन करे। शाम 06.00 बजे के बाद किसी भी स्थिति में जंगल में न रहें। वृद्ध एवं बच्चे घर में ही रहें वे जंगल कदापि न जायें। छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाये। यह भी ध्यान सुनिश्चित करें की वे अपने बाड़ी में भी अकेले न घुमें विशेषकर शाम के समय।
किसी भी प्रकार से वन्यप्राणी द्वारा कोई घटना होती हैं तो तत्काल वन विभाग को सुचित करें। आपके क्षेत्र में यदि किसी भी प्रकार से कोई भी वन्यप्राणी का आवागमन होता है या वन्यप्राणी का रहवास क्षेत्र है तो भी इसकी जानकारी वन विभाग को तुरन्त देना सुनिश्चित करें।
डीएफओ मयंक अग्रवाल ने बताया कि गरियाबन्द वन मण्डल एवं उदन्ती सीतानदी टायगर रिजर्व में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कोई भी घटना होने पर तत्काल इन नम्बर पर संपर्क करें।
(कंट्रोल रूम प्रभारी गीतेश्वर यदू मोबाईल नबर-7987064635)
वनमण्डलाधिकारी गरियाबन्द– 999091I275
उप निदेशक उदन्ती -सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबन्द-9567604988
उप मनमण्डलाधिकारी राजिम-9425510275
उप वनमण्डलाधीकारी देवभोग-7069199122
उप वनमण्डलाधीकारी गरियाबन्द– 9009917777
सहायक संचालक उदन्ती-7641839218
सहायक संचालक तौरेंगा-7389015689
से उनके मोबाइल नम्बर में सम्पर्क किया जा सकता है।