Red signal : हॉर्न बजाया तो करना पड़ेगा और इंतजार…!
अपना कल बदलने के लिए, हमें आज अपनी आदतें बदलनी होगी : पुलिस कमिश्नर, मुम्बई।
मुम्बई पुलिस की अनोखी पहल।
राजधानी (hct)। अगर आप किसी मेट्रो सिटी में रहते हैं और आप वाहन में सफर कर रहे हैं तो निश्चित ही आपका सामना शहर के चौराहे में लगे ट्रैफिक सिग्नल से जरूर होगा और यदा-कदा जल्दबाजी में अक्सर यह होता है कि हम कई बार सिग्नल तोड़कर भाग निकलते हैं या फिर रेड सिग्नल में इंतजार करते वक़्त बेवजह अथवा जल्दबाजी में हम हॉर्न बजाकर लोगों को ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं। लेकिन, अब इससे निजात दिलाने की दृष्टि से मुम्बई पुलिस ने एक नायाब तरीका निकाल लिया है और उसे अमल में लाने के लिए मुम्बई सिटी के चार से पांच चौराहों पर इसका परीक्षण कर रही है।
दरअसल जब हम एक लम्बे समय तक यातायात में फंस जाते हैं तो मानवीय आधार पर कभी-कभी या जल्दबाजी में आगे निकलने की चाह में लगातार अपने वाहन का हॉर्न बजाते रहते हैं; और हम यह भूल जाते हैं कि, हर एक चौक-चौराहे के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ-साथ स्कूल, हॉस्पिटल व ट्यूटोरियल के बच्चे भी हमारी हरकतों से डिस्टर्ब होते है। ऐसा करते वक़्त हमे यह ध्यान नहीं रहता कि सही मायनों में हम ध्वनि प्रदूषण फैला रहे होते हैं।
इन्हीं समस्याओं से रूबरू; मुंबई के कमिश्नर ऑफ पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल पर 31 जनवरी को सुबह 10:12 पर ट्वीट करते हुए एक वीडियो साझा किया है :-
https://twitter.com/MumbaiPolice/status/1223090017397960705?s=19
पचासी डेसीबल से अधिक साउंड होने पर सिग्नल अपने आप रिसेट हो जाता है। इसे परीक्षण के तौर पर मुंबई ट्रैफिक पुलिस, चार-पांच चौक-चौराहों में आजमा रही है। जिसे लेकर आमजनों ने भी मुंबई पुलिस की पीठ थपथपाई है।