छत्तीसगढ़ में भाजपा को लग सकता है बड़ा झटका,ये दिग्गज बना सकते है अपनी नई पार्टी।
‘द्वंद कहां तक पाला जाय, युद्ध कहां तक टाला जाय’
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव से पहले भाजपा टुट के कगार पर है ! भारतीय जनता पार्टी के इस कद्दावर नेता ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बगावत के संकेत दिए हैं। आखिर ऐसा क्या हो रहा है जो पार्टी से एक एक कर सभी दिग्गज नेता पार्टी से नाराज़ चल रहे है और उनकी नाराजगी सोशल मीडिया में देखी जा रही है, अभी महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की नेता पंकजा मुंडे ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बगावत के संकेत दिए हैं. तो अब छत्तीसगढ़ में फेसबुक पोस्ट के जरिए इस पूर्व विधायक ने अपनी प्रतिक्रिया पार्टी के लिए दी है।
दरअसल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का एक बड़ा नेता जल्द ही पार्टी छोड़ने जा रहा है। वे लगातार इसके संकेत दे रहे हैं। जिस नेता की बात हो रही है वह भाजपा के दिग्गज नेता और जशपुर कुमार स्व़ दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र और दो बार के चंद्रपुर विधायक रहे युद्धवीर सिंह जूदेव की। युद्धवीर सिंह जूदेव के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ चुके कृष्ण कांत चंद्रा को जांजगीर चाम्पा भाजपा जिला अध्यक्ष बनाए जाने से जूदेव पहले ही नाराज थे, अब उनके खिलाफ बसपा से चुनाव लड़ चुके गोविंद अग्रवाल को नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए पुर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल द्वारा आगे किये जाने से उनकी नाराजगी सातवें आसमान पर पहुंच गई है। युद्धवीर सिंह जूदेव ने फेसबुक पर पोस्ट कर लिखा है कि ‘द्वंद कहां तक पाला जाय युद्ध कहां तक टाला जाय’ उनका पार्टी छोड़ना तय माना जा रहा है ऐसे में छत्तीसगढ़ भाजपा टूट की कगार पर आ गई हैं।
ग़ौरतलब है कि उनके पिता स्व. दिलीप सिंह जूदेव ने छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार बनाने के लिए अपने मुंछे तक दांव पर लगा दी थी। प्रदेश में आज भी उनके समर्थकों की बड़ी फौज है जिनके लिए भाजपा मतलब जूदेव सेना है। ऐसे में नगरीय चुनाव के ठीक पहले जूदेव का भाजपा छोड़ना पार्टी के लिए बड़े नुकसान का संकेत है। श्री जूदेव ने चर्चा के दौरान कहा कि पार्टी छोड़ने का मेरा ईरादा नहीं लेकिन पार्टी ही अगर चुनकर चुनकर मेरे समर्थकों को बाहर का रास्ता दिखायेगी और मेरे विरोधियों को उपकृत करेगी को मैं पार्टी में रहकर क्या करूंगा।
विश्वस्त सुत्रों से जानकारी मिली है कि युद्धवीर सिंह जूदेव जशपुर के लिए रवाना हो चुके है जहाँ वे अपने समर्थकों से राय शुमारी करने के बाद बड़े फैसले का ऐलान कर सकते हैं। युद्धवीर सिंह जूदेव भारतीय राजनीती के बहुत लम्बे खिलाड़ी हैं। ऐसे में अगर भाजपा से अलग होकर जूदेव अपनी नई पार्टी बनाते है तो भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है।