Chhattisgarh
कलेक्टर के दरवाजे पर ग्रामीण मजदूरों ने दिया धरना।
किसान सभा ने उठाई ग्रामीण मजदूरों की मांगे
चांपा-जांजगीर। ग्रामीण मजदूर महिलाओं की भारी संख्या के साथ आज सैकड़ों ग्रामीण मजदूरों ने कचहरी चौक से जुलूस निकाला और श्रम विभाग में व्याप्त अनियमितताओं के खिलाफ कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन किया। डिप्टी कलेक्टर को सौंपे अपने सात सूत्रीय ज्ञापन के जरिये उन्होंने पंजीकृत मजदूरों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नियमित रूप से देने, पंजीयन कार्ड समय पर देने, पंजीयन के आवेदनों को मनमाने ढंग से निरस्त किये जाने पर रोक लगाने, मजदूर बच्चों को दो साल से बकाया छात्रवृत्ति प्रदान करने, सिलाई मशीन, औजार, साईकल आदि शीघ्र प्रदान करने की मांग की। डिप्टी कलेक्टर ने त्रिपक्षीय वार्ता के जरिये इन मुद्दों को सुलझाने का आश्वासन दिया है।
किसान सभा नेता सुखरंजन नंदी और बजरंग पटेल की अगुआई में हुए इस आंदोलन में आशाराम पटेल, श्रीराम मनोहर, विजय कुमार, संतोषी कंवर, हीरा बाई, शांति बाई दरस, गणेश, राजकुमारी, मंगला बाई, प्रेम बाई, कीरिन बाई शत्रु, देव कुमार सहित अनेको कार्यकर्ता शामिल थे।
प्रदर्शनकारी मजदूरों के पहुंचते ही कलेक्टर की रवानगी की किसान सभा नेताओं ने आलोचना की है और प्रशासन के उच्च अधिकारियों को मजदूरों की समस्या को हल करने के प्रति उदासीन बताया है। कलेक्टर के इस रवैये के बाद मजदूरों को वही कार्यालय के दरवाजे पर आधा घंटा धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ा। किसान सभा नेताओं ने प्रशासन पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया है तथा समस्याएं हल न होने पर आंदोलन तेज करने की बात कही है।
संजय पराते,
अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ किसान सभा,
(मो) 094242-31650 की ओर से जारी समाचार.