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नारी तू नारायणी, तेरे रूप अनेक यहाँ…
कुन्ती शक्राजीत भोय और द्रौपती निषाद यह नाम है उन महिला सरपंचों का जिनके जज्बे को 8 गांव के ग्रामीण सलाम कर रहे हैं और उसके कार्य का लोहा मान रहे हैं।
रायगढ़ जिलान्तर्गत टिनमिनी एवं नावापाली के बीच में स्थित नाला पर लंबे समय से पुल की मांग को देखते हुए अनेकों बार शासन-प्रशासन से अर्जी-गुहार लगाने के बावजूद स्वीकृति न मिलने से दोनों गांव के महिला सरपंचों के जज्बे और जुगाड़ ने आठ गांव के ग्रामीणों की आवागमन को आसान बना दिया।
“कबाड़ से जुगाड़” मतलब यह कि टूटे-फ़ूटे खंभों को स्टाप डेम नाला के बीच आधार बनाकर लोगों को सूरजगढ़ से जोड़ने का कार्य किया है। इससे टिनमिनी, परसापाली, बाराडोली, सिंगपुरी, नावापारा, रायपाली, छिछौर उमरिया, बोंदा आदि गांवों की महानदी पुल के लिए लगभग 15 किमी की दूरी कम होगी।
“हाईवे क्राइम टाईम” को इस बात की जानकारी देते हुए सरपंचद्वय शक्राजीत भोय और द्रौपती निषाद ने बताया कि – इस पुल का निर्माण फिलहाल कामचलाऊ तौर पर बनाया गया है, लेकिन अभी इस पर काम जारी है और इसके ऊपर ढलाई करके इसे दुपहिया वाहनों के आवागमन के लायक बनाया जाएगा।