खेत पर बिछाये तार का करंट लगने से ग्रामीण की मौत, पैरे के ढेर (गुड्डे) में छिपाई लाश…
*लक्ष्मी नारायण देवांगन
भँवरपुर। बसना थाना के अधीनस्थ पुलिस चौकी भँवरपुर के अन्तर्गत ग्राम बुदेलाभाँटा, बुटीपाली, पोस्ट बड़े साजापाली के पास क़ुरचूंआँ क्षेत्र में अपने खेत की मेढ़ व पगडण्डी पर वन्य जीवों का शिकार करने के उद्देश्य के साथ लोहे के तार के माध्यम से बिछाए गए करंट के जाल में वन्य जीवों की जगह ग्रामीण हुआ शिकार। करंट लगने से हुई मौत, खेत मालिकों ने जाल में वन्य जीव की जगह व्यक्ति की लाश देख, समीप के पैरे गुड्डे में लाश को घुसाकर पैरे से ढंका, मृतक को ढूँढते खेत के करीब पहुँचे परिजनों के द्वारा खेत पर पड़ी मृतक की लुंगी व पैरे के गुड्डे से उठ रही भीषण बदबू तथा गुड्डे में मख्खियों के भिनभिनाने को देखकर गुड्डे के पास जाने व गुड्डे को गौर से देखने पर गुड्डे के अंदर से दिख रही लाश के पैर की एड़ी से हुआ मामले का खुलासा।
पुलिस चौकी भँवरपुर से मिली जानकारी के अनुसार मृतक श्यामलाल सिदार वल्द मनीराम सिदार उम्र 55 वर्ष निवासी ग्राम बुदेलाभाँटा, विगत 3 अगस्त शनिवार की सुबह अपनी बीवी व बच्चों को लेकर गांव के अन्य लोगों के साथ रोपा जगाई का काम करने बुटीपाली गया था, जहाँ से लौटते वक़्त उसने एक छोटे रास्ते से जल्दी घर पहुँचने की बात कहकर अपने परिवार व अन्य लोगों का साथ छोड़ दिया जो किसी दूसरे रास्ते से वापस जा रहे थे, मगर उस अन्य रास्ते से रात तक वो अपने घर वापस नही आया तो घर वालों ने उसे अपने समधी के घर पर (जो कि उसी गाँव में है) रुका होगा सोचकर 4 अगस्त तक खोजबीन नहीं की, किंतु जब समधी के घर पर भी उसके नहीं होने की जानकारी मिली तब मृतक का चचेरा भाई बाबूलाल सिदार अपने भाई विद्याचरण सिदार के साथ उसे ढूँढने लगा।
ढूँढते-ढूँढते जब वो उस रास्ते पर गये जिस रास्ते से मृतक काम से लौटते समय घर वापसी के लिए निकला था, तभी उन्हें आनंद सिदार के खेत से कुछ ही दूरी पर भीषण बदबू आई, तो वो वहीं रूक गए व आसपास देखने लगे तभी मृतक द्वारा पहनी हुई लुंगी खेत में पड़ी दिखाई दी जब वो लुंगी के पास पहुँचे तब उन्हें उसी खेत के कौहा पेड़ के नीचे पैरा गुड्डे में बहुत सी मख्खियां भिनभिनाती नजर आई, पास जाकर देखने पर बदबू और भी तेज हो गई। पैरा के गुड्डे में गौर करने पर उन्हें गुड्डे के भीतर से एक व्यक्ति के पैर की एड़ी दिखाई दी, लगा जैसे कोई लाश पैरे से ढँकी हुई है।
यह भी आशंका हुई कि पैरे के गुड्डे में हो ना हो मृतक श्यामलाल सिदार की लाश है तब 6 अगस्त की सुबह उन्होंने पुलिस चौकी भँवरपुर में इसकी सूचना दी जिस पर मर्ग कायम कर चौकी पुलिस ने उक्त मामले को जांच पंचनामा कार्रवाई में लिया।
जांच के दौरान पुलिस ने गवाह बाबूलाल सिदार, सुरेश सिदार, गणेश राम सिदार के कथन एवं घटना स्थल निरीक्षण व शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पाया कि आरोपी आनंद सिदार व डमरूधर खडिया द्वारा जान बुझकर जँगली जीव जन्तुओं को मारने की नीयत के साथ अपने खेत की मेढ़ व पगडण्डी के रास्ते पर लोहे का पतला तार फैलाकर उस पर बिजली का करंट प्रवाहित किया गया था जिसकी चपेट में आने पर मृतक श्यामलाल की मृत्यु हो गई. जिसके बाद शव को छिपाने के उद्देश्य से दोनों आरोपियों ने एक राय होकर मृतक के शव को खेत में रखे पैरा के ढेर (गुड्डे) में छिपा दिया था जिससे किसी को पता न चले।
इस मामले में पुलिस चौकी भंवरपुर ने आरोपी आनंद सिदार पिता जगे सिंह (56) तथा डमरूधर खडिया पिता जगन सिंह (52) के खिलाफ 08 अगस्त को अपराध क्रमांक 0/19 धारा 304, 201, 34 भादवि का अपराध घटित करना पाए जाने से अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया है।