सीसी रोड बना ही नहीं, ठेकेदार ने रुपये डकारे – अब होगी विभागीय जांच…
ग्राम पंचायत कर्रेझर का अलोरी घाट घोटाला, 10 लाख की योजना बनी कागज़ों की शोभा !

अलोरी घाट में विकास के नाम पर बड़ा खेल
गुरुर (बालोद) hct : जिले के गुरुर जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत कर्रेझर के आश्रित ग्राम अलोरी घाट में सीसी रोड निर्माण का एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण मद से 10 लाख रुपये की लागत से यह सीसी रोड बनना था, जिसके लिए कार्यादेश 17 जनवरी 2023 को जारी हुआ था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि दो साल बीत जाने के बाद भी सड़क का निर्माण आज तक शुरू नहीं हो सका।
ठेकेदार ने खा लिया 5 लाख रुपये, सड़क बनी ‘कागज़ों’ में
इस प्रकरण की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सड़क निर्माण के नाम पर 5 लाख रुपये का भुगतान ठेकेदार को कर दिया गया। सामग्री खरीदी के नाम पर यह राशि अदा हुई, लेकिन मौके पर आज तक न सड़क है और न ही एक ईंट तक रखी गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह रकम सीधे-सीधे हजम कर ली गई और अधिकारी आँख मूँदकर बैठे रहे।
भाजपा ठेकेदार का नाम, अधिकारियों की चुप्पी
सूत्रों के मुताबिक इस गड़बड़ी में बालोद जिले के एक भाजपा ठेकेदार का नाम सामने आ रहा है। कुछ दिन पहले ही जनपद पंचायत सभागार की सामान्य सभा में जनप्रतिनिधियों ने इस मामले को जोर-शोर से उठाया था। बावजूद इसके, जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी अब उनके ऊपर भी सवालिया निशान खड़े कर रही है। क्या यह मिलीभगत का खेल है?
आदिवासी अंचल में विकास की जगह लूट
यह पूरा मामला आदिवासी अंचल का है, जहां विकास कार्यों की सबसे अधिक जरूरत है। लेकिन यहाँ पर भी ठेकेदार और अधिकारी विकास की बजाय रकम हजम करने में ज्यादा सक्रिय दिख रहे हैं। दो साल बीत गए, मगर सीसी रोड केवल कागज़ी रिकॉर्ड में ही ‘पूर्ण’ दिखा दिया गया। आखिर विकास की योजनाएं कब तक ऐसे ही ठेकेदारों और अफसरों की जेब भरती रहेंगी?
अब होगी विभागीय जांच, लेकिन…
जनपद सीईओ ने इस प्रकरण पर कहा है कि विभागीय जांच करवाई जाएगी। सवाल यह है कि यह जांच भी कहीं फाइलों में दबकर रह तो नहीं जाएगी? क्या ठेकेदार से हजम की गई रकम वापस ली जाएगी? और क्या आदिवासी अंचल की जनता को सचमुच सड़क देखने को मिलेगी या यह मामला भी “फाइलों में बंद” रह जाएगा?

