गुरुर क्षेत्र के जंगली इलाकों में तेंदुए का आतंक।
गौठान से उठा ले गया सुअर का बच्चा...
गुरुर (बालोद) : वन्य प्राणी भोजन की तलाश में अब गाँवो की ओर अपने भूख मिटाने पालतू जानवरों को बना रहा है अपना शिकार। मामला गुरुर वन परिक्षेत्र ग्राम हितेकसा का है, जहाँ पर महिला स्व सहायता समूह के द्वारा संचालित अपनी जीवकोपार्जन के लिए पूर्वर्तीय सरकार की महत्वाकांक्षी योजना गौठान के माध्यम से महिला स्व सहायता के द्वारा सुअर पालन का व्यवसाय किया जा रहा है।
एक सुअर ने हाल ही में लगभग 8 से 9 बच्चें को जन्म दिया है। जिसमे से एक बच्चें को तेंदुआ उठा कर ले जाने की सूचना प्राप्त हुई है। सरपंच ग्राम पंचायत हितेकसा हिरवानी ने बताया कि विगत दो सालों से गौठान में शेड बना कर नियमित सुअरो का देखभाल एवं उसके खाने पीने का विशेष ध्यान रखा जाता है। खाने में उसे चुन्नी, चोकर और दाना दिया जाता है। महीने में लगभग 28 से 30 हजार रुपया सिर्फ सुअरों का देखरेख और खाना दाना में खर्च होना बताया गया है।
11 तारीख की रात्रि को तेंदुआ गौठान में लगे तार घेरे को पार कर सुअरों के लिए आश्रय स्थल शेड में घुसकर सुअर के एक बच्चें को उठा ले गया। सुबह इसकी जानकारी सरपंच को हुआ उन्होंने तत्काल वन विभाग के अधिकारियो को सूचना दिया। वन विभाग गुरुर की टीम पहुँच कर पंचनामा तैयार कर शासन से मिलने वाली मुआवजा राशि देने की बात कर आगे की कार्यवाही किया गया।