छत्तीसगढ़ की जनता जिसे अपने दिल पर बिठा ले वह बड़े ही सौभाग्यशाली/नसीबों वाला होता है, और जिसे नकार दे उससे ज्यादा नक्कारा/नालायक कोई नहीं। इन्हीं सौभाग्यशाली इंसान में एक रहे हैं रायपुर के निवर्तमान सांसद रमेश बैस।
बुधवार को एकात्म परिसर में हारे हुए विधायकद्वय श्रीचंद सुंदरानी और राजेश मूणत सहित दक्षिण के अजेय विधायक बृजमोहन अग्रवाल के साथ प्रेस वार्ता में बैस ने कहा कि जातिगत राजनीति को हमारा कभी समर्थन नहीं है! मीडिया के समक्ष उन्होंने कहा कि – “सांसद बनने के बाद सबसे पहले मैंने छत्तीसगढ़ का निर्माण करवाया। बैस ने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए आगे कहा कि मेरे कार्यकाल में रेलवे स्टेशन को मॉडल बनाया गया है, एम्स अस्पताल खुलवाया गया, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया गया, रायपुर में कई नई ट्रेनों की शुरुआत की गई, इसके अलावा और भी विकास और निर्माण कार्य हुए हैं।”
पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बैस ने कहा कि; टिकट कटने से मैं नाराज नहीं हूं। मैं पार्टी का एक छोटा-सा कार्यकर्ता हूं। मैं लगातार जनता के बीच रहा और सात बार भाजपा से सांसद बना। इस वर्ष चुनाव में छत्तीसगढ़ में सभी सीटों पर परिवर्तन किया गया है। हम छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि रायपुर से अपना प्रत्याशी सुनील सोनी भारी बहुमत से जीत रहे हैं।”