समर्पण करने पहुंचा संदीप हत्याकांड का इनामी आरोपित गिरफ्तार
राजमिस्त्री संदीप लकड़ा का छह जून को अपहरण कर लिया गया था। छह सितंबर को उसकी लाश मैनपाट के लुरैना से बरामद किया गया था। हत्या के बाद आरोपितों ने उसके शव को दफना दिया था। उसके ऊपर पानी टँकी का निर्माण कर दिया था। मामला सामने आने के बाद से सरगुजा पुलिस की अलग-अलग टीमों को जांच में लगाया गया था।
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HIGHLIGHTS
- पुलिस के बढ़े दबाब के कारण चालक के साथ आया सामने
- अब तक 10 आरोपितों की हुई गिरफ्तारी
- नेपाल भागने की थी चर्चा
अंबिकापुर : सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र के राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपित ठेकेदार अभिषेक पांडेय व उसके वाहन चालक राजा यादव को सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की ओर से लगातार बढ़ रहे दबाब के कारण मुख्य आरोपित अभिषेक पांडेय न्यायालय में समर्पण करने आया था। उसी दौरान उसे पकड़ा गया। मुख्य आरोपित के विरुद्ध सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने 30 हजार तथा पुलिस अधीक्षक सरगुजा ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। मामले में इन दोनों के साथ अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
राजमिस्त्री संदीप लकड़ा का छह जून को अपहरण कर लिया गया था। छह सितंबर को उसकी लाश मैनपाट के लुरैना से बरामद किया गया था। हत्या के बाद आरोपितों ने उसके शव को दफना दिया था। उसके ऊपर पानी टँकी का निर्माण कर दिया था। मामला सामने आने के बाद से सरगुजा पुलिस की अलग-अलग टीमों को जांच में लगाया गया था। घटना में शामिल आरोपित , सहयोगी तथा मुख्य आरोपित के जीजा सहित आठ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। मुख्य आरोपित अभिषेक पांडेय व उसका वाहन चालक राजा यादव पुलिस की पकड़ से बाहर थे।पुलिस की ओर से लगातार दबाब बनाया जा रहा था। पुलिसिया दबाब और छापेमारी के बीच ठेकेदार अभिषेक पांडेय, सोमवार को अंबिकापुर न्यायालय पहुंचा था। उसकी मंशा समपर्ण करने की थी। इसी बीच पुलिस को सूचना मिल गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अभिषेक के साथ उसके वाहन चालक को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों से हत्याकांड सहित फरार होने को लेकर पूछताछ की जा रही है।
लगातार भागा-भागा फिर रहा था मुख्य आरोपित
राजमिस्त्री का शव बरामद होने के बाद से ही ठेकेदार अभिषेक पांडेय भागा – भागा फिर रहा था। वह किसी से संपर्क नहीं कर रहा था, इस कारण उसका लोकेशन पुलिस को नहीं मिल पा रहा था। इस बीच अभिषेक पांडेय के नेपाल भाग जाने की भी अपुष्ट खबरें सामने आ रही थी। उसके रिश्तेदार भी पुलिस की निगरानी में ही थे। कुछ दिनों से उसके एक परिचित के संपर्क में रहने की जानकारी पुलिस को मिली थी। पुलिस ने उस व्यक्ति को भी अपनी निगरानी में रखा था। हर स्तर से दबाब के कारण अभिषेक पांडेय आखिरकार टूट गया। उसके करोड़ों के ठेके निरस्त करने की प्रक्रिया भी आरंभ की गई है।
चेहरे पर मास्क , गले में छोटा बैग लटकाए पहुंचा था अभिषेक
अपहरण और हत्याकांड का मुख्य आरोपित अभिषेक पांडेय की सोमवार को जब गिरफ्तारी हुई तो चेहरे की चमक गायब थी। वह थका और पूरी तरह से टूटा हुआ नजर आया। उसने गले में एक छोटा बैग लटकाया था। चेहरे पर मास्क और पैरों में सैंडिल पहने अभिषेक के हाथों में मंदिर दर्शन के बाद बांधा जाने वाला रक्षासूत्र भी था।
गरमा गई थी सरगुजा की सियासत
आदिवासी राजमिस्त्री संदीप लकड़ा के अपहरण और हत्या के बाद सरगुजा की राजनीति गरमा गई थी। सर्व आदिवासी समाज ने सीतापुर में धरना – प्रदर्शन किया था। मृतक के शव का अंतिम संस्कार 20 दिन बाद किया गया था। सरकार की ओर से मृतक के स्वजन को 25 लाख की आर्थिक मदद ,पत्नी को कलेक्टर दर पर नौकरी तथा बच्चों को निश्शुल्क उच्च शिक्षा की सुविधा के बाद आंदोलन समाप्त किया गया था। उसी के बाद मृतक के शव का अंतिम संस्कार किया गया था। बता दें कि राजमिस्त्री पर चोरी का आरोप लगाकर छह जून को अपहरण कर लिया गया था। योजनाबद्ध तरीके से उसकी हत्या कर पुलिस को गुमराह किया गया था। छह सितंबर को संदीप लकड़ा का शव बरामद हुआ था। प्रकरण की जांच में लापरवाही के आरोप पर तत्कालीन थाना प्रभारी , एक उपनिरीक्षक सहित तीन पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था।
इस संबंध में पुलिस अधीखक योगेश पटेल ने कहा कि मुख्य आरोपित अभिषेक पांडेय व उसके वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपित न्यायालय में समर्पण करने पहुंचा था उसके पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे रिमांड पर लेकर घटना के सभी बिंदुओं को लेकर पूछताछ की जाएगी।