सैफई में मिली गुड्डू की पत्नी की लोकेशन, पुलिस को उलझाया
क्रसर संचालक नरेंद्र चौहान व उनके परिवार की मौत के जिम्मेदार उनके साले राजीव गौर पुलिस के हाथ नही आया है। वह न केवल शातिर है, बल्कि पुलिस को छका भी रहा है। आरोपित की पत्नी की लोकेशन सैंफई में मिली है। आरोपित ने पत्नी को दूसरी तरफ भेजा और उसका मोबाइल ऑन करा दिया। जिससे पुलिस उलझ जाए।
HIGHLIGHTS
- चकमा देने के लिए खुलवाया पत्नी का मोबाइल और खुद अलग भागा
- रिश्तेदारों का दरवाजा खटखटा रही है पुलिस, काल डिटेल निकाली
- पुलिस उसके रिश्तेदारों के घर का दरवाजा खटखटा रही है
ग्वालियर। क्रशर संचालक नरेंद्र सिंह चौहान और उनकी पत्नी सीमा व बेटे आदित्य की मौत का जिम्मेदार राजीव उर्फ गुड्डू पुलिस को छका रहा है। वह बेहद शातिर है। उसने पुलिस को उलझाने के लिए पत्नी का मोबाइल खुलवाया। उसकी पत्नी की लोकेशन उप्र के सैफई में मिली। इसके बाद मोबाइल बंद हो गया, जबकि खुद हजीरा से होते हुए मुरैना के रास्ते अलग दिशा में भागा। पत्नी व बच्चों को अलग दिशा में भेजा। अब पुलिस उसके रिश्तेदारों के घर का दरवाजा खटखटा रही है। पुलिस ने काल डिटेल रिपोर्ट निकाली है, जिसमें कुछ नंबर मिले हैं। इनका विश्लेषण कर रही है।
नया मोड़..रिश्ते के मामा ने भी की थी लोकायुक्त में शिकायत, पुलिस ने मांगा रिकार्ड
- अब तक राजीव उर्फ गुड्डू द्वारा की गई शिकायतों नरेंद्र सिंह चौहान परेशान थे। अब तक यह कहानी ही सामने आई थी। सुसाइड नोट में भी गुड्डू का ही नाम लिखा है। रुपये हड़पने की वजह से यह कदम उठाने की बात लिखी है। अब एक और कहानी सामने आई है। नरेंद्र का एक रिश्तेदार है, जिसे वह मामा कहते थे, उसने भी लोकायुक्त में शिकायत की थी।
- इसके अलावा उसने प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायतें की हैं, जोसेंथरी की सड़क निर्माण से संबंधित हैं। इसमें नरेंद्र पर एक बिल्डर को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया गया है। बहोड़ापुर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि इस संबंध में लोकायुक्त और इओडब्ल्यू से सभी शिकायतों का रिकार्ड मांगा गया है। एक-दो दिन में यह रिकार्ड मिल जाएगा। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। अभी सबसे पहले गुड्डू तक पहुंचना है।
मौत को 48 घंटे बीते..अब तक एफआइआर नहीं
नरेंद्र चौहान और उनके पत्नी, बेटे की मौत को 48 घंटे बीत चुके हैं। पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है, लेकिन अब तक इस मामले में बहोड़ापुर पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की है, जबकि इस मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआइआर दर्ज होनी चाहिए। इस पर पुलिस अधिकारियों का तर्क है कि अभी नरेंद्र के स्वजन के बयान होने हैं। सरिता सहित अन्य के बयान बाकी हैं। इसके बाद एफआइआर दर्ज हो सकेगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार: अभी पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार है। यह मामला हत्या और आत्महत्या का है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि होगी। इसके बाद इसमें हत्या की एफआइआर भी दर्ज होगी।