रायपुर के शराब दुकानों में नहीं थम रहा ओवर रेटिंग खेल..?
सर्कल आबकारी अधिकारी, प्लेसमेंट कर्मचारी और सुपरवाइजर की मिलीभगत
रायपुर hct : कांग्रेस सरकार के समय हुए दो हजार करोड़ के शराब घोटाले की जांच की तफ़्तीश अभी चल ही रही है कि विष्णु देव के सिहासनारूढ होते ही नई आबकारी नीति के चलते मदिराप्रेमियों को जो इस आस में थे कि निजाम बदला है तो नीति भी जरूरी बदलेगी, मगर यहां भी उन्हें जोर का झटका ही लगा है।
जहां डॉ. रमन सिंह नेतृत्व पूर्ववर्ती भाजपा और भूपेश बघेल के मुख्यमंत्रित्व वाली कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री का दर्जा किसी और के कंधे में था; वहीं वर्तमान भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री विष्णु देव खुद इस “सुरा कलश” को अपने कंधे पर उठाए प्रदेश की जनता को सांय–सांय मदिरापान कराते, अपने देवदूतों को लूट की खुली छूट दे रखी है..!
बता दें कि राजधानी रायपुर में आबकारी विभाग के अधिकारी और प्लेसमेंट कंपनी के कर्मचारी की सांठगांठ में देशी और विदेशी शराब दुकानों में ओवररेट की शिकायते कुछ दिनों तक थम सी गई थी, मगर वो कहावत “कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती” इसी विभाग में चरितार्थ होती है।
“किसी अपराध में चोर और पुलिस की संलिप्तता हो तो न्याय की उम्मीद बेमानी होती है।”
“ओवर रेटिंग” महज कुछ ही दिन थमने के बाद विभाग के अधिकारी और शराब दूकान के कर्मचारी फिर से पुराने ढर्रे पर आ चुकी है।
दरअसल; लब्बोलुआब यह कि; बहुत दिनों से हमें यह सूचना मिल रही थी कि; राजधानी रायपुर में संचालित अनेक देशी एवं विदेशी शराब दुकानों में जो शहर के अंदरूनी और शहर के आउटर स्थित हैं, वहां बिकने वाली शराब की कीमत में अंकित मूल्य से अतिरिक्त राशि सेल्समैन द्वारा जबरिया लिया जा रहा है।
सर्कल आबकारी अधिकारी, प्लेसमेंट कर्मचारी और सुपरवाइजर की मिलीभगत से दिया जा रहा है घोटाले को अंजाम !
मिली सूचना के आधार पर जब हमने फाफाडीह स्थित शराब दूकान में जाकर प्रत्यक्षतः खरीदी की तो सच्चाई खुलकर सामने आ गई। अवगत हो कि यहाँ देशी मसाला शराब के क्वाटर को 120 और देशी प्लेन शराब को 100 की दर से बिक्री करने और प्रतिदिन हजारों रूपए की अवैध उगाही की बात सामने आई। इतना ही नहीं, इस शराब दुकान में जो गड़बड़झाला हो रहा है…
सूत्रों के मुताबिक, ओवर रेटिंग के इस खेल को सर्कल आबकारी अधिकारी और सुपरवाइजर धनी रात्रे के सांठगांठ में अंजाम दिया जा रहा है।